मंगलायतन विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का समापन

Spread the love

मंगलायतन विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंस द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का गुरुवार को समापन समारोह संपन्न हुआ। सेमिनार का विषय ‘विज्ञान और इंजीनियरिंग में गणितीय और कम्प्यूटेशनल विधियां’ था। जो आज के वैज्ञानिक एवं तकनीकी युग में अत्यंत प्रासंगिक है। सेमिनार में भारत सहित जापान और सर्बिया जैसे देशों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, और शोधार्थियों ने भाग लिया।


सेमिनार के दूसरे दिन जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के डा. इजहारुद्दीन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इंटीग्रल और डिफरेंशियल इक्वेशन, वेरिएशनल इनक्वेलिटी और डायनेमिक सिस्टम को हल करने में फिक्स्ड पॉइंट थ्योरम कैसे लागू होते हैं।

चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रो. राघव मेहरा ने जानकारी दी गई कि कैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक व्यक्तिगत, पूर्वानुमानित और निवारक देखभाल को सक्षम करके स्वास्थ्य सेवा में क्रांति ला रही हैं।

प्रो. रविकांत ने प्रतिभागियों को बताया कि पेटेंट की मदद से हम अपने नवाचार और आविष्कारों की रक्षा कैसे कर सकते हैं। भारतीय ज्ञान प्रणाली के स्वर्ण युग को स्मरण करते हुए प्रो. वाईपी सिंह ने प्राचीन भारतीय गणित और खगोल विज्ञान पर विचार व्यक्त किए। अंतरराष्ट्रीय सहभागिता के अंतर्गत सर्बिया से प्रो. एबरहार्ड मैल्कोव्स्की व प्रो. वेस्ना वेलिकोविक, जापान से प्रो. ताकानोरी इबाराकी तथा डा. अयनूर साहिन उपस्थित रहे। शोधार्थियों द्वारा मौखिक व पोस्टर प्रस्तुतियां भी दी गई और विस्तृत चर्चा की। प्रस्तुतियों में संख्यात्मक मॉडलिंग, अनुकूलन तकनीक, मशीन लर्निंग एल्गोरिदम, क्वांटम कंप्यूटिंग और विज्ञान जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए डीन रिसर्च प्रो. रविकांत ने सेमिनार की उपयोगिता और इसकी शैक्षणिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। सेमिनार की संक्षिप्त रिपोर्ट समन्वयक डा. जावेद वसीम ने प्रस्तुत की, जबकि आभार ज्ञापन समन्वयक प्रो. मनीषा शर्मा ने किया। पोस्टर प्रस्तुति में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा हर्षिता व अतिमा को सम्मानित किया गया। आयोजन में सह-समन्वयक डा. हिबा इस्लाही व डा. स्वाति अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा। संचालन डा. दीपिका बांदिल ने किया। प्रतिभागियों ने आयोजन को अत्यंत ज्ञानवर्धक और उपयोगी बताते हुए सराहना की। इस अवसर पर प्रो. आरके शर्मा, प्रो. किशनपाल सिंह, डा. मनोज वाष्र्णेय, डा. पूनम रानी, डा. संतोष गौतम, डा. रोबिन वर्मा, राहुल देव, अंकुर कुमार, सौरभ गुप्ता आदि थे। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

Related posts